महिला दिवस 2025 : ये हैं प्रेरणा लेने वाली शीर्ष सफल भारतीय अभिनेत्रियाँ, सुष्मिता सेन से लेकर आलिया भट्ट तक

Hetal Chudasma

इन भारतीय अभिनेत्रियों पर नज़र डालें जो महिलाओं को प्रेरित करती हैं और साबित करती हैं कि दृढ़ता और साहस के माध्यम से सपने हासिल किए जा सकते हैं.

8  मार्च 2025 को  दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है, जिसमें दुनिया भर की  सभी महिलाओं की उपलब्धियों को संजोया जाता है.  इनमें वे सफल भारतीय अभिनेत्रियाँ भी शामिल हैं जो महिलाओं को प्रेरित करती हैं और साबित करती हैं कि दृढ़ता और साहस के ज़रिए सपने हासिल किए जा सकते हैं.

जिसमे चाहे बॉलीवुड की  वह प्रियंका चोपड़ा का वैश्विक प्रभुत्व हो, या फिर दीपिका पादुकोण की मानसिक स्वास्थ्य वकालत हो, या  फिर सुष्मिता सेन की निडर स्वतंत्रता हो, इन सभी भारतीय अभिनेत्रियों ने अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में बाधाओं को तोड़कर, चुनौतियों को स्वीकार किया, रूढ़िवादिता को चुनौती दी और सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया. आइए उनके बारे में विस्तार से जानते है.

प्रियंका चोपड़ा जोनास

प्रियंका चोपड़ा  ने साल 2000 में मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीता था. और यह  प्रियंका का वैश्विक सुपरस्टार बनने तक का सफर किसी प्रेरणा से कम नहीं है.

फैशन, बर्फी! और मैरी कॉम जैसी हिट फिल्मों से बॉलीवुड में शुरुआत करने वाली  प्रियंका चोपड़ा ने  अपनी बहुमुखी प्रतिभा से भारतीय सिनेमा को फिर से परिभाषित किया .  इसके अलावा वह अमेरिकी टीवी सीरीज (क्वांटिको) का नेतृत्व करने वाली पहली दक्षिण एशियाई अभिनेत्री थीं, जिसने हॉलीवुड में अपना प्रवेश किया.

प्रियंका चोपड़ा  अभिनय के अलावा, एक निर्माता, गायिका, उद्यमी (उन्होंने पर्पल पेबल पिक्चर्स की स्थापना की) और यूनिसेफ की सद्भावना राजदूत हैं, जो शिक्षा और लैंगिक समानता की वकालत करती हैं.

दीपिका पादुकोण

भारतीय अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ओम शांति ओम से प्रसिद्ध हुईं और उन्होंने पीकू, बाजीराव मस्तानी, पद्मावत, छपाक और गहराइयां फिल्म में पुरस्कार विजेता प्रदर्शन किया.

दीपिका पदुकोण ने हॉलीवुड  इंडस्ट्रीज में डीजल के साथ XXX: रिटर्न ऑफ जेंडर केज में पदार्पण किया और इसके अलावा वह कान फिल्म महोत्सव की जूरी सदस्य भी रह चुकी हैं.

उनका प्रभाव फिल्मों से कहीं आगे तक जाता है – उन्होंने अवसाद के साथ अपनी लड़ाई के बारे में खुलकर बात की और लाइव लव लाफ फाउंडेशन की स्थापना की, जो मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए काम करता है.

आलिया भट्ट

भारतीय अभिनेत्री आलिया भट्ट ने फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर में एक युवा स्टार के रूप पेश हुई थी ,इसके बाद फिल्म राजी, गली बॉय, गंगूबाई काठियावाड़ी और डार्लिंग्स के साथ अपनी अभिनय क्षमता साबित करने तक, आलिया भट्ट ने बॉलीवुड की सबसे प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों में से एक के रूप में अपनी जगह बनाई है.

आलिया भट्ट ने हॉलीवुड इंडस्ट्रीज में  गैल गैडोट के साथ नेटफ्लिक्स की हार्ट ऑफ स्टोन में पदार्पण किया है . अभिनय के अलावा,   आलिया भट्ट एक सफल उद्यमी भी हैं – इटरनल सनशाइन प्रोडक्शंस और टिकाऊ कपड़ों के ब्रांड एड-ए-मम्मा की संस्थापक.

सुष्मिता सेन

साल 1994 में सुष्मिता सेन ने स यूनिवर्स का खिताब जीता था, और यह खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं. सुष्मिता सेन ने  बॉलीवुड में पारंपरिक रास्ते अपनाने के बजाय, उन्होंने ऐसे किरदार चुने जो उनके मूल्यों के अनुरूप थे.

सुष्मिता सेन ने  20 वर्ष की उम्र में एकल माँ के रूप में दो बेटियों को गोद लेकर सामाजिक मानदंडों को चुनौती दी थी .

विद्या बालन

अभिनेत्री विद्या बालन ने बॉलीवुड में रूढ़िवादिता को तोड़ते हुए यह साबित कर दिया कि महिला-केंद्रित फिल्में व्यावसायिक रूप से सफल हो सकती हैं. उन्होंने फिल्म द डर्टी पिक्चर, कहानी, तुम्हारी सुलु और शकुंतला देवी में दमदार अभिनय के साथ, उन्होंने भारतीय सिनेमा में महिलाओं के चित्रण को फिर से परिभाषित किया.

अभिनेत्री विद्या शरीर के प्रति सकारात्मकता और आत्म-प्रेम की वकालत करती हैं और महिलाओं को अपने प्राकृतिक स्वरूप को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं.

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