नया आयकर विधेयक : करदाताओ को जान ने लायक 10 मुख्य बाते

Hetal Chudasma

नया आयकर विधेयक एक ऐतिहासिक विधेयक माना जा रहा है क्योंकि यह वर्तमान कानून की जगह लेगा, जिसे 1961 में लागू किया गया था. माना जा रहा है कि नया कानून अधिक संक्षिप्त और सरल है.

पिछले हफ्ते कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद नया आयकर कानून इस हफ्ते चल रहे बजट सत्र  संसद में पेश किया जायेगा.

इस आयकर विधेयक को ऐतिहासिक विधेयक के रूप में देखा जा रहा है ,क्योकि यह 1961 में लागू किये गये वर्तमान कानून का स्थान लेगा.

नए आयकर कानून की आवश्यकता क्यों है? इसे लागू करने के मुख्यतः चार उद्देश्य हैं.

1 . करदाताओं और आयकर विभाग के बीच मुकदमेबाजी को कम करना

2 . प्रावधानों में पाठ का सरलीकरण

3 .  उन प्रावधानों को हटाना जो अब उपयोगी नहीं हैं

4 . प्रक्रियागत औपचारिकताओं को कम करना जो टाले जा सकते हैं.

नये कानून का आकार वर्तमान कानून से लगभग आधा होगा और इसमें 25-30 प्रतिशत कम प्रावधान होंगे.

नया आयकर विधेयक: जानने योग्य 10 मुख्य बातें

 1 .कैबिनेट की मंजूरी : नये आयकर विधेयक को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है ,जिसका मतलब यह है की इसे संसद में पेश किया जायेगा.

2. सदन के पटल पर प्रस्तुत किया जाना : संसद में प्रस्तुत किए जाने के बाद इसे वित्त संबंधी संसदीय स्थायी समिति के पास भेजा जाएगा, जो परामर्श शुरू करेगी.

3. व्यापक समीक्षा : केंद्रीय  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा जुलाई 2024 में  घोषणा की गई थी कि आयकर कानून की व्यापक समीक्षा की जाएगी और पूरी प्रक्रिया छह महीने में पूरी कर ली जाएगी.

4. सार्वजनिक संस्तुति : इसके बाद आयकर पोर्टल पर सुझाव आमंत्रित किए गए, जहाँ  करदाता किसी भी प्रावधान के संबंध में अपने सुझाव दे सकते थे. इसके सुझाव चार अलग अलग मापदंड के आधार पर दिए जाने थे जिसमे,भाषा का सरलीकरण, मुकदमेबाजी में कमी, अनावश्यक प्रावधान और अनुपालन में कमी.

5. न्याय का पालन करना : 1 फरवरी को बजट 2025 पेश करते समय उन्होंने पुनः नए आयकर कानून को लागू करने के अपने इरादे पर जोर दिया और कहा की यह न्याय के सिद्धांत के अनुरूप होगा,  जिसके तहत सरकार ने भारतीय दंड संहिता को भारतीय न्याय संहिता से प्रतिस्थापित किया था.

6.  आधा आकार : बजट पूरा होने के बाद  सुश्री सीतारमण ने बताया कि नया कानून मौजूदा कानून के आधे आकार का होगा. उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि यह (पुराने टैक्स कोड) के आकार का कम से कम आधा होगा.” उन्होंने यह भी कहा की ,  वह संसद के बजट सत्र में इस विधेयक को पारित कराना चाहती हैं.

7. अनुपालन में आसानी : नया आयकर का नया कानून सरल और आसानी से समज में आये ऐसा होगा. और अनुपालन में भी काफी आसानी होगी.  इसमें समान बातों को व्यक्त करने के लिए कम शब्दों का उपयोग किया जाएगा.और कई राशियाँ जिन्हें हमने बेंचमार्क या सीलिंग के रूप में इस्तेमाल किया था, उन सभी की समीक्षा की जा रही है – क्या वे आज प्रासंगिक हैं, क्या उन्हें आज वहां होना चाहिए.

8.  गैर-अपराधीकरण दृष्टिकोण : वित् मंत्री निर्मला सियारामण ने इस बात पर भी प्रकाश डाला की नए आयकर कानून में दंड से निपटने के लिए ,बहुत ही गैर अपराधीकरण दृष्टिकोण अपनाया जाएगा.

9.  व्याख्या से संबंधित मुद्दे : विधेयक का उद्देश्य विभिन्न न्यायालयों द्वारा की गई व्याख्या से उत्पन्न मुद्दों को हल करना है.

10.  क्रॉस रेफरेंसिंग से बचें : ऐसी उम्मीद है कि नया विधेयक क्रॉस-रेफरेंसिंग से बचेगा, जिसका मतलब यह है कि किसी एक प्रावधान में कही गई बात को समझने के लिए कई प्रावधानों का संदर्भ लेना.

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