बजट 2025: आयकर में छूट की संभावना? पीएम मोदी ने गरीब और मध्यम वर्ग पर मां लक्ष्मी की कृपा की प्रार्थना की.
पीएम नरेंद्रमोदी ने शुक्रवार को विश्वास व्यक्त किया की यह बजट सत्र 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में नया आत्मविश्वास और ऊर्जा का संचार करेगा.
उन्होंने कहा की उनकी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में सर्वागीण विकास के लिए मिशन मोड में काम कर रही है और कहा कि नवाचार, समावेशन और निवेश ने इसके आर्थिक एजेंडे को आकार दिया है.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक , पीएम मोदी ने कहा, “मैं प्रार्थना करता हूं कि मां लक्ष्मी हमारे देश के गरीब और मध्यम वर्ग पर अपनी कृपा बनाए रखें. यह बहुत गर्व की बात है कि भारत ने एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में 75 साल पूरे कर लिए हैं. भारत ने वैश्विक स्तर पर खुद को अच्छी तरह से स्थापित किया है.”
संसद का बजट सत्र आज 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संयुक्त अभिभाषण के साथ शुरू हुआ. इसके बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को केंद्रीय बजट पेश करने से पहले आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी.
उन्होंने कहा, “यह मेरे तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है. और मैं विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि 2047 में, जब भारत अपनी आज़ादी के 100 साल पूरे करेगा, तब भारत विकसित भारत के अपने लक्ष्य को पूरा करेगा और यह बजट देश को नई ऊर्जा और उम्मीद देगा…”
केंद्रीय बजट 2025 पर पीएम मोदीजी की टिपण्णी
प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ने कहा की सत्र के दौरान कई ऐतिहासिक विधेयक पारित किए जाएंगे और देश को मजबूत बनाने के लिए व्यापक चर्चा के बाद वे कानून बनेंगे . उन्होंने यह भी कहा की “विशेष रूप से, सत्र के दौरान महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे ताकि उन्हें समान अधिकार मिलें और किसी भी सांप्रदायिक या आस्था-आधारित भेदभाव को दूर किया जा सके. ” पीएम मोदी ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि प्रत्येक सांसद, विशेषकर युवा सांसद, सत्र के दौरान ‘विकसित भारत’ के एजेंडे में योगदान देंगे.
‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन’ के मंत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए नरेंद्र मोदी जी ने कहा की तेज गति से विकास हासिल करना होगा और सबसे ज्यादा जोर सुधार पर है. उन्होंने कहा की केंद्र सरकार और राज्य दोनों को मिलकर काम करना होगा और जन भागीदारी से परिवर्तन देखा जा सकता है.
मोदी जी ने कहा की “हमारा देश युवा है…आज 20-25 वर्ष की आयु के युवा है , जब वे 45-50 वर्ष के होंगे, तब वो विकसित भारत के सबसे बड़े लाभार्थी होंगे. अपनी आयु की इस पड़ाव पर वे नीति निर्माण प्रणाली में उस स्थान पर बैठे होंगे…वे विकसित भारत के साथ गर्व के साथ आगे बढ़ेंगे”
उन्होंने कहा कि इसलिए, विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए ये प्रयास, ये अथक परिश्रम, हमारी किशोरों, हमारी युवा पीढ़ी के लिए एक बहुत बड़ा उपहार होने जा रहा है.
मोदी जीने साथ ही साथ यह भी कहा की मोदी ने कहा, ‘‘जो लोग 1930, 1942 में स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए थे… देश की पूरी युवा पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम में डूबी हुई थी और उसका फल 25 साल बाद आई पीढ़ी को मिला.’’ उन्होंने कहा कि इसी प्रकार, ये 25 वर्ष लोगों के संकल्प के माध्यम से एक समृद्ध और विकसित भारत बनाने तथा अपनी उपलब्धियों के माध्यम से शिखर तक पहुंचने के इरादे से चिह्नित होंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा इसलिए, इस बजट सत्र में सभी सांसद विकसित भारत के संकल्प को मजबूत करने में अपना योगदान देंगे.
उन्होंने कहा, “विशेष रूप से युवा सांसदों के लिए यह एक स्वर्णिम अवसर है, क्योंकि आज सदन में जितनी ज्यादा जागरूकता और भागीदारी होगी, वे अपनी आंखों के सामने विकसित भारत के उतने ही अधिक परिणाम देखेंगे. और यह इसलिए, यह युवा सांसदों के लिए एक अमूल्य अवसर है. ” उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि हम इस बजट सत्र में देश की आशाओं और आकांक्षाओं पर खरा उतरेंगे.’’